It took more than 15 hours to
control the fire that broke out in the second largest government office in Bhopal, the capital of Madhya Pradesh. Government offices and documents were
destroyed in the fire in the seven-storey Satpura building. During this, the modern hydraulic ladder worth Rs 5.5 crore, used for firefighting, was standing just 40 meters away. It was bought with much fanfare about nine months ago to help put out fires in buildings up to 18 floors high. According to sources, due to lack of approval from the Regional Transport Office and lack of qualified personnel, it could not play any role in fighting the biggest fire in Bhopal in recent years. The army and the Indian Air Force had to be involved in extinguishing the fire and finally the fire could be brought under
control after about 15 hours.
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में दूसरे सबसे बड़े सरकारी दफ्तर में लगी आग पर
काबू पाने में 15 घंटे से अधिक वक्त लग गया. सात मंजिला सतपुड़ा भवन में आग लगने से सरकारी कार्यालय और दस्तावेज
नष्ट हो गए. इस दौरान अग्निशमन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली साढे 5 करोड़ रुपये की आधुनिक हाइड्रोलिक लैडर सिर्फ 40 मीटर की दूरी पर खड़ी थी. इसे 18 मंजिल तक ऊंची इमारतों में आग बुझाने में मदद करने के लिए करीब नौ महीने पहले बहुत धूमधाम से खरीदा गया था. सूत्रों के मुताबिक, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय से मंजूरी नहीं मिलने और योग्य कर्मियों की कमी के कारण यह भोपाल में हालिया सालों में लगी सबसे बड़ी आग से लड़ने में कोई भूमिका नहीं निभा सकी. आग बुझाने में सेना और भारतीय वायु सेना को शामिल होना पड़ा और आखिरकार करीब 15 घंटे के बाद आग पर
काबू पाया जा सका.