The 146th Rath Yatra of Lord Jagannath begins in Ahmedabad, the Chief Minister of Gujarat clears the path of the chariot with a golden broom

The 146th Rath Yatra of Lord Jagannath began in Gujarat's Ahmedabad city on Tuesday morning amid tight security and a large number of devotees participated in it. A senior police officer told that for the first time Gujarat Police has used 3D mapping technology to monitor the entire route of Rath Yatra and anti-drone technology is also being used to prevent any illegal drone from coming. . Gujarat Chief Minister Bhupendra Patel participated in the 'Pahind Vidhi', a symbolic ritual of sweeping the path of the chariot with a golden broom. After this, the chariots of Lord Jagannath, his brother Balabhadra and sister Devi Subhadra set out for an 18-km rath yatra from the 400-year-old Jagannath temple located in Jamalpur area. Union Home Minister Amit Shah performed 'Mangal Aarti' at the temple in the morning before the Rath Yatra began. About 15 decorated elephants are walking along with three chariots in the Rath Yatra. Apart from these, there are tableaux and choirs in 100 trucks. According to the Hindu Panchang, the Rath Yatra is taken out every year on the day of Ashadha Shukla II (Ashadhi Beej). The yatra will leave the old city and return to the temple by 8.30 pm on Tuesday night.

 गुजरात के अहमदाबाद शहर में भगवान जगन्नाथ की 146वीं रथयात्रा मंगलवार सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई और बड़ी संख्या में श्रद्धालु इसमें शामिल हुए. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गुजरात पुलिस ने पहली बार रथयात्रा में पूरे मार्ग पर निगरानी के लिए 3डी मैपिंग तकनीक का इस्तेमाल किया है और किसी भी अवैध ड्रोन को आने से रोकने के लिए ड्रोन-रोधी प्रौद्योगिकी का भी उपयोग किया जा रहा है. गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सोने की झाड़ू से रथ का मार्ग साफ करने की प्रतीकात्मक रस्म के रूप में ‘पाहिंद विधि' में भाग लिया. इसके बाद भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के रथ जमालपुर इलाके में स्थित 400 साल पुराने जगन्नाथ मंदिर से 18 किलोमीटर की रथयात्रा के लिए निकले. रथयात्रा शुरू होने से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुबह मंदिर में ‘मंगल आरती' की.  रथयात्रा में तीन रथों के साथ करीब 15 सजे-धजे हाथी चल रहे हैं. इनके अलावा 100 ट्रक में झांकियां और गायक मंडलियां साथ में हैं. हिंदू पचांग के अनुसार, हर साल आषाढ़ शुक्ल द्वितीय (आषाढ़ी बीज) के दिन रथयात्रा निकाली जाती है. यात्रा पुराने शहर से निकलकर मंगलवार रात साढ़े आठ बजे तक मंदिर लौटेगी.

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