A case has come to light from Ayodhya, which is called Ramnagari, which is setting an example of humanity by rising above law, administration and prisoner, knowing about which your heart will also melt. In fact, recently a 98-year-old man came out of jail after completing his sentence from Ayodhya Jail in Uttar Pradesh, but in the meantime, even after a long wait, when no family member reached to take him, the jail superintendent took such a step. Picked up after seeing which the users also became emotional. In fact, after the release of Ramsurat, a 98-year-old man from Ayodhya Jail in Uttar Pradesh, when no family members reached to receive him, the superintendent of the jail, Shashikant Mishra, made him sit in his car and sent him to his home with the soldiers. This video, which is becoming increasingly viral on the Internet, is making everyone emotional. Even the users who have seen the video are not tired of praising the good-heartedness of the Jail Superintendent.
रामनगरी कही जाने वाली अयोध्या से एक ऐसा मामला सामने आया है, जो कानून, प्रशासन और कैदी से ऊपर उठकर मानवता की मिशाल पेश कर रहा है, जिसके बारे में जानकर आपका भी दिल पिघल जाएगा. दरअसल, उत्तर प्रदेश की अयोध्या जेल से हाल ही में एक 98 साल का बुजुर्ग शख्स अपनी सजा पूरी कर जेल से बाहर निकला, लेकिन इस बीच लंबे इंतजार के बाद भी जब परिवार का कोई सदस्य लेने नहीं पहुंचा, तो जेल अधीक्षक ने कुछ ऐसा कदम उठाया जिसे देखने के बाद यूजर्स भी इमोशनल हो गए. दरअसल, उत्तर प्रदेश की अयोध्या जेल से 98 साल के बुजुर्ग शख्स रामसूरत की रिहाई के बाद, जब होने लेने कोई परिजन नहीं पहुंचा, तो जेल के अधीक्षक शशीकांत मिश्रा ने उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर सिपाहियों के साथ उनके घर तक भिजवाया. इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा यह वीडियो हर किसी को भावुक कर रहा है. वीडियो देख चुके यूजर्स भी जेल अधीक्षक के इस नेकदिली की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं.