Tennis legend Leander Paes believes India will face a tough challenge in singles at the Asian Games, but the country can expect a medal from the men's doubles team. It has to be seen who is chosen to play alongside the experienced Rohan Bopanna. "We have a good chance to do well in men's doubles at the Asian Games," Paes said at the event organized here on Sunday for the Wimbledon men's final. We have many options of teams in doubles. We have a lot of players who can play. He said, “Historically, players from countries like Japan, Korea, Uzbekistan, China, Chinese Taipei, Thailand have been doing well in singles. In this, our players will face trouble, but in doubles we have a big chance to win a medal. He said, 'It just depends on the combination of the teams, who they choose to play with Rohan and who will be the other team.' Paes feels that Indian players will find it difficult to stay competitive at the international level in the next few years. He said that it is unfortunate that the country does not host big competitions. He said, 'I think Indian tennis is going to have tough times in the next few years. I have a lot of respect for those Indian players who are playing at the international level, spending foreign currency like Euros and Dollars. The player has to spend a lot for coaches, trainers, equipment, all your flights, hotels, transportation.
टेनिस के दिग्गज लिएंडर पेस का मानना है कि एशियाई खेलों में भारत को एकल में कड़ी चुनौती मिलेगी, लेकिन पुरुष युगल टीम से देश पदक जीतने की उम्मीद कर सकता है. यह देखना होगा कि अनुभवी रोहन बोपन्ना के साथ खेलने के लिए किसे चुना जाता है. पेस ने विंबलडन पुरुष फाइनल के लिए रविवार को यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा, ‘एशियाई खेलों में पुरुष युगल में हमारे पास अच्छा प्रदर्शन करने का अच्छा मौका है. हमारे पास युगल में टीमों के कई विकल्प हैं. हमारे पास काफी खिलाड़ी हैं जो खेल सकते हैं.' उन्होंने कहा, ‘एकल में ऐतिहासिक रूप से जापान, कोरिया, उज्बेकिस्तान, चीन, चीनी ताइपे, थाईलैंड जैसे देशों के खिलाड़ी अच्छा करते रहे हैं. इसमें हमारे खिलाड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा, लेकिन युगल में हमारे पास पदक जीतने का एक बड़ा मौका है.' उन्होंने कहा, ‘यह सिर्फ टीमों के संयोजन पर निर्भर करता है कि वे रोहन के साथ खेलने के लिए किसे चुनते हैं और दूसरी टीम कौन सी होगी.' पेस को लगता है कि भारतीय खिलाड़ियों को अगले कुछ वर्षों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा में बने रहना मुश्किल होगा. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश बड़ी प्रतियोगिताओं की मेजबानी नहीं करता है. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगले कुछ वर्षों में भारतीय टेनिस के लिए कठिन समय होने वाला है. मेरे मन में उन भारतीय खिलाड़ियों के लिए बहुत सम्मान है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल रहे हैं, यूरो और डॉलर जैसी विदेशी मुद्रा खर्च कर रहे हैं. खिलाड़ी को कोच, ट्रेनर, उपकरण, आपकी सभी उड़ानें, होटल, परिवहन के लिए काफी खर्च करना पड़ता है.'